कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। अवनीश दीक्षित के एक मुकदमे में विवेचक (उपनिरीक्षक) का आरोप है, कि न्यायालय में रिमांड के समय अवनीश ने उनके साथ मारपीट और वर्दी व स्टार खींचे, जिससे वह घायल हो गए।
उपनिरीक्षक प्रेमप्रकाश मिश्रा ने दर्ज एफआईआर में बताया कि कोतवाली में प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष पर दर्ज बलवा, रंगदारी, मारपीट और गालीगलौज के मुकदमे की विवेचना वह कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अवनीश दीक्षित निवासी एच ब्लॉक किदवई नगर को शनिवार को इस मामले में न्यायालय द्वारा जिला कारागार कानपुर से रिमांड के लिए तलब किया गया था।
न्यायालय द्वारा रिमांड 20 सितंबर तक स्वीकृत होने के बाद न्यायालय गेट से बाहर वह और उप नियूटी अभय प्रताप सिंह तथा आरक्षी आशुतोष के साथ कारिडोर में मौजूद थे। आरोप लगाया कि इसी दौरान अवनीश दीक्षित ने न्यायालय से निकलते समय अचानक मेरे पास आकर दाहिने कंधे पर लगे स्टार और वर्दी को पकड़कर तेजी से अपनी तरफ खींचते हुए मारपीट करते हुए गाली और धमकी देने लगे, ब्राहम्मण के नाम पर कलंक हो साले आदि गालियां और अपशब्दों का इस्तेमाल किया,इस पर मौजूद हमराही कर्मचारी व अन्य तमाम पुलिस कर्मचारी व अन्य लोगों ने अवनीश दीक्षित को समझाते हुए बीच-बचाव कराया। अवनीश दीक्षित जानमाल की धमकी देते हुए चले गए। आरोपी अवनीश दीक्षित ने जो उनके साथ मारपीट की उससे उनके दाहिने कंधे में चोटे आ गईं।
आरोप है, कि अवनीश दीक्षित ने शासकीय कार्य में बाधा डाला। घटना के बाद तुरंत इसकी सूचना सहायक पुलिस आयुक्त को फोन पर दी गई। इस संबंध में कोतवाली इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया कि उपनिरीक्षक प्रेमप्रकाश मिश्रा की तहरीर पर अवनीश दीक्षित के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट और धमकाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
डिजिटल न्यूज़ डेस्क-: वेब टीवी इंडिया
Post a Comment